टास्क फोर्स लगाएगी प्रदूषण के कारकों पर लगाम
नई दिल्ली : राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में "वायु प्रदूषण" के कारकों पर अब्र और सख्त निगरानी की जाएगी। "नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी होगी, जिसमें जुर्माना लगानाऔर क्लोजर नेटिस जारी करना भी शामिल रहेगा"। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम ) ने इसके लिए इंफोर्समेंट टास्क फोर्स (प्रवर्तन कार्य बल) का गठन किया है। यह टास्क फोर्स तत्काल प्रभाव से प्रभावी हो गई है।
यूं तो एनसीआर में आम दिनों में भी वायु प्रदूषण का स्तर सामान्य से ज्यादा रहता हैं। लेकिन, जाड़े के चार महीने में लोगों को सबसे ज्यादा प्रदूषण का सामना करना पड़ता है। इसकी रोकथाम के लिए आमतौर पर
अक्टूबर से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ग्रैडेड रिस्पांस एक्शन प्लान(ग्रेप) के प्रविधान लागू किए जाते हैं और प्रदुषण की रोकथाम के लिए तमाम तरह के अभियान भी संचालित किए जाते हैं। यह अलग बात है कि इन सभी में गंभीरता का अभाव रहता है।
"समय समय पर सीएक्यूए्म द्वारा प्रदुषण के कारकों पर नि्यंत्रण के लिए लगतार ही नि्देश भी जारी किए जाते हैं। इन्हीं निर्देशों पर सख्त अमल के लिए आयोग ने टास्क फोर्स गठित की है।"
"छह सदस्यों वाली इस फोर्स में तकनीकी व प्रशासनिक अनुभव वाले सदस्यों को शामिल किया गया है।" आयोग के सदस्य सचिव अरविंद नौटियाल द्वारा जारी निर्देशें के मुताबिक यह टास्क फोर्स पूरे एनसीआर में प्रदूषण की रोकथाम की निगरानी के साथ-साथ ही अयौग द्वारा जारी होनेवाले दिशा-निर्देशों और नियमों को लागू कराएगी। साथ ही एनसीआर क्षेत्र में छापामार दलों द्वारा चलाए जाने वाले निरीक्षण अभियान पर भी यह निगाह रखेगी। आयोग के नियमों एवं दिशा-निर्देशे के उल्लंघन आदि की जानकारी छापामार दलों द्वारा प्रवर्तन कार्यबल को दी जाएगी। टास्क फोर्स की और से इस बाबत संबंधित पक्ष के खिलाफ काम बंद करने,रोकने, जुर्माना लगाने जैसी कार्रवाई भी की जाएगी।
टास्क फोर्स में यह है शामिल:
| अध्यक्ष: | डा एनपी शुक्ला, सीएक्यूएम के तकनीकी सदस्य और कार्यवाहक अध्यक्ष | ||||||
| सदस्य: | सीपीसीबी केअध्यक्ष या सदस्य सचिव | ||||||
| सीएक्यूएम के सदस्य सचिव: | सीएक्यूएम के सदस्य सचिव डा एसडी अत्री, सीएक्यूएमके तकनीकी सदस्य | ||||||
| डा विभा धवन, टेरी की महानिदेशक एवं सीएक्यूएम सदस्य: |
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