20 मई को विशाल हिमखंड अंटार्कटिका में टूटा?

◽विशाल हिमखंड अंटार्कटिका में टूटा?


नई दिल्ली के आकार से लगभग चार गुना बड़ा एक विशाल हिमखंड (Iceberg) अंटार्कटिका में ब्रंटआइस शेल्फ से टूटकर अलग हो गया है। इस घटना को 20 मई को उपग्रह चित्रों में देखा गया था।

कोपरनिकस सेन्टिनल-1 उपग्रह से प्राप्त रडार चित्रों से पता चलता है कि यह हिमखंड 22 मई को स्पष्ट रूप से अलग हो गया था।

◽A-83  हिमखंड के बारे में?

A-83 नाम का यह हिमखंड 146 वर्ग मील (380 वर्ग किमी) में फैला है और लगभग 490 फीट (150 मीटर) मोटा है।

यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार, पिछले चार सालों में इस क्षेत्र में यह तीसरा महत्वपूर्ण हिमखंड टूटकर अलग हुआ है। 2021 में, इसी क्षेत्र में हिमखंड A-74 बना, उसके बाद 2023 में इससे भी बड़ा A-81 बना।

आइसबर्ग A-83 को सबसे पहले पूर्वी वेडेल सागर में ब्रंट आइस शेल्फ़ के पास देखा गया था। यह "हैलोवीन क्रैक" नामक दरार से टूटा था।


क्षैतिज दरार, जिसे हैलोवीन क्रैक के नाम से जाना जाता है, 31 अक्टूबर, 2016 को खोजा गया था, जबकि ऊर्ध्वाधर दरार, 8.6 मील लंबा (14 किमी), जिसे इसी वर्ष 26 अप्रैल को देखा गया था।


◽विशाल हिमखंड अंटार्कटिका में टूटने 
का क्या करण था?

20 मई को अंटार्कटिका में विशाल हिमखंड के टूटने का कारण भी उपरोक्त सामान्य कारणों में से एक या संयोजन हो सकता है। विशेष रूप से, वैज्ञानिकों ने निम्नलिखित संभावित कारणों की पहचान की है:

1. ग्लोबल वार्मिंग: मई के महीने में भी अंटार्कटिका का तापमान सामान्य से अधिक हो सकता है, जो हिमखंडों के टूटने का कारण बनता है।

2. बर्फ की दरारें और कमजोरियां: समय के साथ बर्फ में दरारें और कमजोरियां विकसित हो जाती हैं। इन दरारों के बढ़ने से हिमखंड टूट सकते हैं।

3. समुद्री जल का बढ़ता तापमान: समुद्री जल का तापमान भी मई के महीने में उच्च हो सकता है, जो बर्फ के पिघलने में योगदान देता है।

4. प्राकृतिक चक्रीय घटनाएं: अंटार्कटिका में बर्फ के टूटने की घटनाएं कभी-कभी नियमित चक्रों में होती हैं, जो प्राकृतिक प्रक्रियाओं का हिस्सा होती हैं।

इनमें से किसी भी कारण, या इनका संयोजन, 20 मई को अंटार्कटिका में विशाल हिमखंड के टूटने का कारण हो सकता है। वैज्ञानिक इन घटनाओं की निगरानी करते हैं और इन पर अध्ययन करते हैं ताकि इन कारणों को बेहतर तरीके से समझा जा सके।




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